Psychology Chapter 2 Notes In Hindi 12th

Psychology Chapter 2 Notes In Hindi 12th Class || आत्म एवं व्यक्तित्व नोट्स कक्षा 12वीं

Psychology Chapter 2 Notes In Hindi 12th

 

मनोविज्ञान (Psychology)

Class 12th              Chapter 2

आत्म एवं व्यक्तित्व

Chapter Explanation + Notes

 

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आत्म एवं व्यक्तित्व (Self and Personality)

आत्म एवं व्यक्तित्व का तात्पर्य उन विशिष्ट तरीकों से है। जिसके आधार पर अस्तित्व को परिभाषित किया जाता है। इसमें हमारे अनुभव, संगठित एवं व्यवहार में अभिव्यक्त होते हैं। इसमें विभिन्न प्रकार के लोग अलग-अलग के विचार रखते हैं

 

आत्म-संप्रत्यय (Concept-Self)

आत्म संप्रत्यय का अर्थ यह है कि अपने बारे में या अपने विचारों के बारे में बताना उसे ही हम आत्म संप्रत्यय कहते हैं।

आत्म के बारे में बच्चे की धारणा को स्वरूप देने में माता-पिता, मित्रों, शिक्षकों एवं अन्य लोग की भूमिका होती है

व्यक्तिगत अनन्यता : इसमें व्यक्ति के गुणों तथा नामों का भिन्न रहता है

सामाजिक अनन्यता : इसमें किसी व्यक्ति के सामाजिक अथवा संस्कृति समूह से संबंध रखता है। जब कोई व्यक्ति यह कहता है कि वह हिंदू है, मुस्लिम है, ब्राह्मण है, आदिवासी है लेकिन है भारतीय

 

आत्म के संज्ञानात्मक एवं व्यवहारात्मक पक्ष

जो भी व्यक्ति अपना प्रत्यक्षण करता है। तथा क्षमताओं और गुणों के बारे में बताता है। उसे हम आत्मक संप्रदाय या आत्म धारण कहते हैं। इसमें व्यक्ति सामान्य स्तर पर सकारात्मक और नकारात्मक रूप से अपने बारे में बताता है

आत्म सम्मान : आत्म सम्मान व्यक्ति का एक महत्वपूर्ण पक्ष हैजिसमें किसी व्यक्ति में आत्म सम्मान उच्च स्तर पर होता हैतो किसी में निम्न स्तर पर पाया जाता है

आत्म सक्षमता : आत्म सक्षमता उन व्यक्तियों में होती हैजिसमें विश्वास, योग्यता और व्यवहार की क्षमता हो तो उसे हम आत्म सक्षमता कहते हैं

आत्म नियम :आत्म नियमन का अर्थ व्यक्ति के व्यवहार से होता है। जैसे कि आप अपने परीक्षा में अच्छा नंबर लाते हैंतो अपने दोस्तों के साथ फिल्म देखने जा सकते हैं

 

संस्कृति एवं आत्म (Culture and Self)

सांस्कृति उन विशिष्ट लोगों में होता हैजिसमें व्यक्ति अपना जीवनयापन करता है। सांस्कृतिक में व्यक्ति के आत्मा और समूह को स्पष्ट रूप से परिभाषित किया गया है

 

व्यक्तित्व का संप्रत्य (Concept of Personality)

व्यक्तित्व शब्द का शाब्दिक अर्थ लैटिन भाषा परसोना से लिया गया है। इसमें व्यक्ति के शारीरिक एवं ब्रह्म रूप से देखा जाता है। इसमें प्रत्येक व्यक्ति के अलग-अलग गुण एवं व्यवहार होते हैं

 

व्यक्तित्व के अध्ययन के प्रमुख उपागम (Major Approaches to the Study of Personality)

आप कभी न कभी देखे होंगे कि एक ही परिवार में दो बच्चों के जन्म होता हैलेकिन दोनों में कुछ अलग-अलग प्रकार के विभिन्नताएं पाई जाती है

व्यक्तित्व के अध्ययन के कुछ उदाहरण इस प्रकार हैं

प्रारूप उपागम                   

सांस्कृतिक उपागम

विशेषक उपागम                

मानवतावादी उपागम

अंतः क्रियात्मक उपागम      

मनोगतिक उपागम

 

  प्रारूप उपागम (Draft Approach)

इसमें त्रिगुण (सत्व, रजस एवं तमस ) व्यक्तित्व प्रारूप उपागम का प्रतिपादन किया गया है

सत्व : स्वच्छता, सत्यवादिता, कर्म व्यनिष्ठा, अनुशासन ये सब गुण आते हैं

रजस : तीव्र क्रिया, इंद्रिय तुष्टि की इच्छा, दूसरों के प्रति असुया (ईष्या) असंतोष भौतिकवादी ये सब गुण आते हैं

तमस :इसके अंतर्गत क्रोध, घमंड, अवसाद, आलस्य, सहायता की भावना आदि आते हैं

 

शेल्डन (Sheldon) :- शेल्डन द्वारा मानव के शारीरिक बनावट गोलाकृतिक, आयताकृतिक और लंबाकृतिक प्रतिपादित किया है

 

युंग (Jung) :- युंग के अनुसार व्यक्ति के दो भागों में वर्गीकृत किया गया है

(i) अंतर्मुखी : अंतर्मुखी वाले व्यक्ति शर्मीले और सांवेगिक द्वंदों से पलायन करते हैं

(ii) बहिमुर्खी : इसमें व्यक्ति सामाजिक तथा बहिगर्मी से संपर्क में होते हैं

फ्रिडमैन (Friedman) एवं रोजेनमैन (Rosenman) :– इन्होंने टाइप “ए” तथा टाइप “बी” दो प्रकार के व्यक्तियों का वर्गीकरण किया है

 

टाइप “ए” (Type-A) : टाइप ए वाले व्यक्ति में धैर्य की कमी, समय की कमी का अनुभव करना, उतावलापन, उच्च स्तरीय अभिप्रेरणा और कार्य का बोझ ये टाइप ए में आते हैं

 

टाइप “बी” (Type-B) :- टाइप “बी” वाले व्यक्ति में टाइप ए के व्यक्ति से अलग होता है। इसमें समय की परवाह नहीं होती है, इसमें कार्य की कोई बोझ नहीं होती है

 

मॉरिस (Morris) = टाइप सी (Type-C) : इसमें व्यक्ति के कैंसर जैसे रोगों के प्रति होता है

 

विशेषक उपागम (Special Approach)

यह व्यक्ति के आधारभूत घटकों का वर्णन तथा विशेषीकरण से संबंधित होते हैं। इसमें व्यक्ति कुछ चीज की खोज करते हैं। तथा मनोवैज्ञानिक गुणों का प्रदर्शन करते हैं

गॉर्डन ऑलपोर्ट (Gordon Allport) :- व्यक्तियों की भाषा समझने के लिए ऑलपोर्ट ने प्रमुख तीन विशेषको विशेषक किया

(i) प्रमुख विशेषक (ii) केंद्रीय विशेषक (iii) गौण विशेषक

 

मनोगतिक उपागम (Psychological Approach)

मनोगतिक उपागम जो कि लोकप्रिय उपागम है। यह सिगमंड फ्रायड के द्वारा किया गयाजो कि एक चिकित्सक थेऔर नैदानिक में ही कर दिया।

 

व्यक्तित्व का मूल्यांकन (Personality Assessment)

☞ इसमें जानने, समझने और किसी व्यक्ति का वर्णन से है। जैसे आप किसी व्यक्ति से मिलते हैं तो उसे जानने की कोशिश करते हैं। इसके अंतर्गत उपयोग किए जाने वाले तकनीकी ये सब है। मनोमितिक परीक्षण, आत्म प्रतिवेदन माप, व्यवहारपरक विश्लेषण

 

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Created on By
Self Study Kundan Kumar

Quiz

Psychology Test

1 / 22

1. स्टर्नबर्ग के अनुसार बुद्धि की श्रेणी है।

2 / 22

2. निम्नलिखित में से कौन  स्नायु विकृति नहीं है?

3 / 22

3. निम्नलिखित बुद्धि परीक्षण में कौन सा शाब्दिक परीक्षा है

4 / 22

4. किस वर्ष बुद्धि का पास मॉडेल विकसित हुआ?

5 / 22

5. निम्नलिखित में से कौन मानसिक स्वास्थ्य का आधार है

6 / 22

6. बुद्धि के विषय पर शोध कार्य करने वाले पहले मनोवैज्ञानिक थे।

7 / 22

7. पूर्वाग्रह एक प्रकार है।

8 / 22

8. जिस बुद्धि परीक्षण द्वारा एक समय में एक ही व्यक्ति की बुद्धि की माप होती है। कहलाता है।

9 / 22

9. बुद्धि के विकास क्रम उम्र तक जारी रहता है?

10 / 22

10. रैसनल इमोटिव चिकित्सा का प्रतिपादन किसने किया?

11 / 22

11. बुद्धि लब्धि संप्रत्यय को किसने विकसित किया

12 / 22

12. किस व्यक्ति ने सामाजिक बुद्धि से संम्प्रत्यय को प्रस्तुत किया?

13 / 22

13. किसने बुद्धि को सार्वभौम क्षमता कहा है।

14 / 22

14. बाहुबद्धि सिद्धांत है।

15 / 22

15. शाब्दिक बुद्धि परीक्षण का निर्माण किसने किया?

16 / 22

16. निम्नलिखित में से कौन एक महाद्वीप में जनसंख्या वृद्धि सर्वाधिक है ?

17 / 22

17. एक सामान्य व्यक्ति में बुद्धि लब्धि प्रसार है।

18 / 22

18. बुद्धिसरंचना मॉडल किसने विकसित किया?

19 / 22

19. बुद्धि लब्धि 110 -119 वाले व्यक्ति हैं।

20 / 22

20. मनोविज्ञान में सर्वप्रथम बुद्धि परीक्षण की शुरुआत किसने की?

21 / 22

21. व्यक्तित्व के मनोविश्लेषणात्मक सिद्धांत को किसने निकाला?

22 / 22

22. गार्डनर  के अनुसार बुद्धि का कारक नहीं है

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