Sociology Chapter 1 Notes In Hindi Class 12th || भारतीय समाज : एक परिचय कक्षा 12वीं नोट्स

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Sociology [ समाजशास्त्र ]

Class 12th                   Chapter 1

भारतीय समाज : एक परिचय

Full Chapter Explanation with Notes

समाजशास्त्र किसे कहते हैं? (What Is Sociology)

☞ समाजशास्त्र जिसका शाब्दिक अर्थ “समाज का अध्ययन” या “समाज का विज्ञान” होता है। सोशियोलॉजी (Sociology) अंग्रेजी भाषा के दो शब्दों से मिलकर बना है। सोसस जो लैटिन भाषा और लोगस जो ग्रीक भाषा से लिया गया है। इन दोनो के मिलकर सोशियोलॉजी का विकाश हुआ।

☞ समाज के बारे में जो शिक्षा दी जाती है उसको हम समाजशास्त्र कहते हैं।

 

समाजशास्त्र के जन कौन है? (Who is the Father of Sociology?)

19वीं शताब्दी में समाजशास्त्र के जनक “ऑगस्त कॉम्त” जिसका पुरा नाम “इज़िदोर मारी ऑगस्त फ़्रांस्वा हाविए कॉम्ट” था। उनका जन्म दक्षिण पश्चिम फ़्रांस में 1798 में हुआ था।

 

समाजशास्त्र के महत्वपूर्ण शब्द (Important Words of Sociology)

☞ समाजशास्त्र सभी विषयों से अलग है क्योंकि शुरू से ही हम अपने गांव, समाज, विद्यालय में औपचारिक या अनौपचारिक तरह से ज्ञान प्राप्त करते हैं। लेकिन बहुत सारा ज्ञान समाज के सुस्पष्ट पढ़ाई हैं।

☞ यदि कोई बच्चा पहली कक्षा में प्रवेश करता है। तो उसे इतिहास, भूगोल, मनोवैज्ञानिक या अर्थशास्त्र का ज्ञान नहीं होता है। लेकिन उसे समाजशास्त्र का थोड़ा न थोड़ा ज्ञान होता है।

☞ समाज में “पहले से ही” या “अपने आप” प्राप्त किया गया सहज ज्ञान या सहज बोध समाजशास्त्र के लिए बाधक और सहायक भी है।

☞ समाजशास्त्र हमें यह सिखाता है कि संसार में केवल अपने दृष्टिकोण के अलावा लोगों के दृष्टिकोण से कैसे देखा जाता है यह बतलाता है।

☞ समाज में हम जो पहले से सीखे हैं और समाजशास्त्र का अध्ययन करने से पहले समाज के बारे में भूलना एवं मिटाने की कोशिश करें।

☞ समाजशास्त्र में आप यह भी जान सकते हैं। कि आपको दूसरे लोग किस तरह देखते हैं। इसे “स्ववाचक” या कभी-कभी “आत्मवाचक” कहते हैं।

☞ भारतीय समाज में आप यह भी देख सकते हैं कि भारत के नक्शा किस तरह है। और स्वयं आप किस स्थान पर हैं। जैसे:-

अरुणाचल प्रदेश :- उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र एवं राजस्थान छोटा है।

अरुणाचल प्रदेश :- मणिपुर, गोवा, हरियाणा एवं पंजाब बड़ा है।

☞ समाज में सत्ररह या अठारह वर्ष की आयु वाले व्यक्ति को “युवा पीढ़ी” कहा जाता है। भारत के लगभग 40% जनसंख्या आपकी या आपसे छोटी उम्र के हैं।

☞ भारत में आप किसी विशेष भाषीय समुदाय (जैसे गुजरात से गुजराती एवं आंध्र प्रदेश से तेलुगू भाषा संबंधित है।

☞ भारत में आर्थिक वर्ग (जैसे निम्न मध्य वर्ग या उच्च वर्ग) के सदस्य होंगे।

☞ समाजशास्त्र में केवल आपका या अन्य लोगों का निर्धारित करने में मदद के साथ साथ बहुत कुछ सिखा सकता है। जैसे कि एक प्रसिद्ध अमेरिकी  समाजशास्त्री “सी राईट मिल्स” ने लिखा है “व्यक्तिगत परेशानियों या सामाजिक मुद्दों के बीच उजागर करने में मदद कर सकता है”

☞ समाज में जातिवाद जो की निम्न और उच्च हैसियत में शामिल है।

 

एक परिचय का परिचय (An Introduction To )

इसमें आपको भारतीय समाज के बारे में जानना परंतु सहज बोध के जरिए नहीं बल्कि समाजशास्त्रीय दृष्टिकोण से।

➪ औपनिवेशिक शासन :- इसमें पूरे भारत को एकीकृत किया एवं पूंजीवादी, आर्थिक परिवर्तन एवं आधुनिककरण के ताकतवर प्रक्रिया से भारत का परिचय दिया।

➪ औपनिवेशिक शासन :- इसके अंतर्गत आर्थिक, राजनीतिक एवं प्रशासनिक आते हैं।

☞ उपनिवेशवाद ने ही राष्ट्रवाद को जन्म दिया।

☞औपनिवेशिक प्रभुत्व के समुदाय के विभिन्न भागों को एकीकृत करने एवं बल प्रदान करने में मदद की।

☞उपनिवेशवाद ने नए वर्गो एवं समुदायों को जन्म दिया।

 

पाठ्य पुस्तक के बारे में (About Text Book)

☞ समाजशास्त्र के दो बुक है

➪ भारतीय समाज

➪ भारत में सामाजिक परिवर्तन एवं विकास

 

☞ हम जानते हैं। कि भारत विश्व का दूसरा सबसे अधिक जनसंख्या वाला देश है। एवं अनुमानित लगाया गया है। कि चीन को भी पीछे छोड़कर विश्व का सर्वाधिक जनसंख्या वाला देश बन जाएगा। (इसका अध्ययन चैप्टर 2 में करेंगे)

☞ क्या जनसंख्या विकास में बाधा है?

☞ जाति, जनजाति एवं परिवार के बारे में अध्याय 3 में करेंगे।

☞ जाति ने अनेक विद्वानों को अपनी तरफ आकर्षित किया है।

☞ जाति क्या है और भारत में जाति के बारे में हम जानेंगे।

 

☞ एक शक्तिशाली सामाजिक एवं सांस्कृतिक आयामों को खोजता है।  इसका अध्ययन (अध्याय 4 में करेंगे।)

☞ आर्थिक परिवर्तन सबसे पहले उपनिवेशवाद उसके बाद विकासशील द्वारा लाया गया।

☞ भारत में विभिन्न प्रकार के बाजार का उदय किस प्रकार हुआ।

 

☞ विषमता एवं बहिष्कार को जाति, जनजाति, लिंग के समक्ष अध्याय 5 में देखा जाता है।

☞ बहिष्कार के तरफ से कितने बार आंदोलन भी सफल हुए थे।

☞ भारतीय समाज के असीम विविधता से उत्पन्न कठिन चुनौतियां के बारे में बात करेंगे।

☞ यह अध्याय हमें चिंतन से बाहर निकलने में आमंत्रित करता है।

☞ भारत में विविधता में एकता का नारा भी दिया गया है।

☞ भारत में हमारी ताकत एवं कमजोरियां क्या है।

 

☞ अध्याय 7 में आपको शिक्षकों एवं पाठ्यक्रम प्रयोगात्मक के बारे में सुझाव दिए गए हैं।

 

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